करसोग / बर्फबारी और बारिश से किसानों के चेहरे खिले, अच्छी पैदावार होने की उम्मीद

करसोग. कई साल बाद हुई अच्छी बर्फबारी ने भले ही लोगों की आम दिनचर्या प्रभावित की हो, लेकिन किसानों और बागवानों के लिए खेतों में बिछी चांदी की चादर किसी वरदान से कम नहीं है। साल के आरंभ होने वाली बर्फबारी बागवानी के लिए सबसे अच्छी बताई जा रही है।


वो ऐसे की इस माह पहले और दूसरे सप्ताह में गिरने वाली बर्फ जल्दी नहीं पिघलती है। ऐसे में काफी दिनों तक पौधों के तोलिये पर बर्फ जमा होने से जमीन ठंडी रहने के साथ नमी भी लंबे समय तक रहती है, ये बर्फ पौधों को कई तरह की बीमारियों से भी बचाती है।



यही नहीं बगीचे में अधिक समय तक ठंड रहने से सेब के लिए जरूरी चिलिंग आवर्स भी पूरी होने की संभावना बढ़ गई है। इससे सेब में फ्लावरिंग अच्छी होगी और फसल भी बढ़िया होगी। जिन बागवानों ने सेब सहित नाशपाती, खुरमानी व प्लम आदि की नई प्लांटेशन की है, इसके लिए भी बर्फबारी अमृत के समान है।


ऐसे में समय पर हुई अच्छी बर्फबारी से किसानों के भी चेहरे खिल गए हैं। करसोग में इन दिनों रबी सीजन में गेहूं, मटर, आलू, लहसुन, प्याज, सरसों व चना आदि की फसलें लगाई गई हैं। इन सभी तरह की फसलों के लिए बर्फबारी बहुत अच्छी बताई जा रही है। अच्छी बर्फबारी से जमीन पर लंबे समय तक नमी रहेगी।


जिससे किसानों में पैदावार बढ़िया होने की उम्मीद बढ़ गई है। जेंस गांव के किसान नकुल शर्मा का कहना है कि कई सालों के बाद इस बार अच्छी बर्फबारी हुई है। उनका कहना है कि खेती के साथ बगीचों के लिए भी ये बर्फबारी फायदेमंद है। खेतों में जो फसलें लगाई गई है, उसकी पैदावार अब अच्छी होने की उम्मीद है।



फसल के लिए बारिश और बर्फबारी बहुत फायदेमंद


कृषि विभाग करसोग के विषय वार्ता विशेषज्ञ (एसएमएस) रामकृष्ण चौहान का कहना है कि बारिश और बर्फबारी फसलों के बहुत अच्छी है। उनका कहना है कि बर्फबारी से जमीन में लंबे समय तक नमी रहने से फसल जल्दी सूखेगी नहीं जो पैदावार के लिहाज से बहुत ही फायदेमंद है। सेब के लिए तो बर्फबारी वरदान साबित होगी।



हिमाचल पर मेहरबान नया साल


नया साल हिमाचल पर मेहरबान रहा है। मौसम विभाग के आंकड़े पर गौर करें तो प्रदेश इस साल 9 जनवरी तक 49.9 मिलीमीटर बारिश हुई है। इस अवधि में सामान्य बारिश का आंकड़ा 16.9 फीसदी का है। ऐसे में 1 जनवरी से अब तक सामान्य से 191 फीसदी अधिक बारिश हुई है। इस दौरान सिरमौर जिला में सबसे अधिक 72.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इस अवधि में यहां सामान्य बारिश का आंकड़ा 9.4 मिलीमीटर बारिश का है। इस तरह नए साल में सिरमौर में सामान्य से 674 फीसदी अधिक बारिश हुई है। जिला मंडी की बात करें तो यहां नए साल में सामान्य से 392 फीसदी अधिक बारिश हुई है। ऐसे ही नए साल में प्रदेश में भी बर्फबारी अच्छी हुई है। जो खेती और किसानी के लिए बहुत अच्छी बताई जा रही है।